एक ग़ज़ल। एक ग़ज़ल।
तितलियों के बारे में एक ग़ज़ल...। तितलियों के बारे में एक ग़ज़ल...।
हम आसमान से गिरे ज़मीन पर और धूल हो गए...! हम आसमान से गिरे ज़मीन पर और धूल हो गए...!
ऐसे फूलो का हश्र देखिये पैरो से भी मसले जाते है ऐसे फूलो का हश्र देखिये पैरो से भी मसले जाते है
मैं उगता हूँ मैं दुकानो में बिकता हूँ में खूबसूरत हूँ! मैं उगता हूँ मैं दुकानो में बिकता हूँ में खूबसूरत हूँ!
तुझमे मुझको दिखता रब लड़की है तू कहने को मुझको तू लगती भगवान का रूप! तुझमे मुझको दिखता रब लड़की है तू कहने को मुझको तू लगती भगवान का रूप!